नालंदा27 मिनट पहले
BPSC 66वीं में दूसरी रैंक लाने वाले अंकित कुमार नालंदा के रहने वाले हैं। किसान परिवार से आने वाले अंकित का बचपन गांव में ही बीता। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा कि अभी तो अगला टारगेट यूपीएससी क्रैक करना है। किसान परिवार से आने के बावजूद पढ़ाई को लेकर कभी दबाव नहीं था।
पेशे से किसान उदय शंकर प्रसाद के बेटे अंकित कुमार को डीएसपी की रैंकिंग मिली है। इससे उनके पैतृक गांव अकबरपुर में खुशी का माहौल है। लोग एक-दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। रिजल्ट आते ही पूरे गांव में जश्न मनने लगा। हालांकि, अंकित अभी दिल्ली में हैं। वहीं, से उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत की।

घर में ग्रामीण अंकित के पिता उदय शंकर प्रसाद को मिठाई खिला रहे हैं।
परिजनों का रहा सपोर्ट
सेंकेंड टॉपर अंकित ने सफलता का श्रेय अपने घरवालों, दोस्तों और गुरु जी को दिया है। उन्होंने बताया कि उनके ऊपर आज तक घरवालों ने पढ़ाई को लेकर प्रेशर नहीं बनाया है। सभी ने मिलकर उनकी हिम्मत बढ़ाई। इसी की वजह से वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उनकी मंजिल अभी यहीं खत्म नहीं हुई है। आगे उन्हें यूपीएससी क्रैक करना है। उन्होंने बताया कि मां पुष्पा सिन्हा की मौत के बाद पिता और घर के अन्य सदस्यों ने परिवार को संभाला। 2002 में ही बीमारी की वजह से मां की मौत हो गई थी।
बहन भी ऑफिसर
अंकित के पिता उदय शंकर प्रसाद गांव में खेती करते हैं। दो चाचा भी साथ में हैं, जिनका बिजनेस है। अंकित चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। बड़े भाई बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वहीं एक बहन बिहार सरकार में वेटनरी ऑफिसर पद पर कार्यरत है। दूसरी बहन हैदराबाद में रहकर पढ़ाई कर रही है। अंकित का बचपन गांव में ही बीता है। प्रारंभिक पढ़ाई बिहार शरीफ में संपन्न हुई है। दसवीं की परीक्षा राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल बेंगलुरु में रहते हुए पास की है। वहीं, ग्रेजुएशन आईआईटी गुवाहाटी से किया है। फिलहाल, दिल्ली में रहकर यूपीएसी की तैयारी कर रहे हैं।