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- Crowd Gathered In Gyan Bhavan On Karpoori’s Birth Anniversary, CM Said Karpoori Thakur Worked To Advance The Exploited, The Victims And The Dalits
पटना29 मिनट पहले
कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाने के लिए पटना के बापू सभागार में कर्पूरी ठाकुर जयंती समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपस्थित है साथ ही उनके जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ दल के कई वरिष्ठ नेता गन भी मौजूद है।
बता दे की कर्पूरी ठाकुर अति पिछड़ा समाज से आते थे तो उस समाज को साधने की बड़ी तैयारी की गई है। इस कार्यक्रम में लगभग अन्य सभी जिलों से आए 20 से 30 हजार लोग पटना पहुंचे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि कर्पूरी ठाकुर जब बिहार के मुख्यमंत्री बने, उस समय उन्होंने शोषित, पीड़ित और दलितों को आगे बढ़ाने का काम किया था। जिस तरह से उन्होंने अपने समय में बेरोजगारों को नौकरी दी थी, उन्होंने बिहार का विकास किया। उससे बिहार काफी आगे बढ़ा था।हमलोग उनकी विचारधारा को आगे लेकर चल रहे हैं। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक विकास पहुंचाया जाएगा।

पार्टी के लोगों ने इस कार्यक्रम को शुरू किया है वैसे तो हम हमेशा इस कार्यक्रम को करवाते रहते थे। इस कार्यक्रम में जितने लोग आते थे उन्हें एक जगह पर बैठने का मौका नहीं मिलता था इसलिए यह तय किया गया कि अगले बार से यह कार्यक्रम बापू सभागार में किया जाएगा और ऐसा आज हो रहा है। जितने लोग बापू सभागार के अंदर हैं उतने ही लोग बाहर भी हैं या बहुत ही खुशी की बात है कि हमारे जननायक कर्पूरी ठाकुर को इतने लोग याद करने के लिए आए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने की मांग उठाई है उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए यह भी कहा है कि वह लोग कुछ काम नहीं करते हैं बस दिन बार प्रचार-प्रसार करते रहते हैं।

आगे उन्होंने कहा की कुछ लोग हम लोगों के खिलाफ बोलता है। कोई पार्टी में आ भी जाता है और कोई चला भी जाता है। किसी को आगे बढ़ा देते हैं तो भाग जाता है। कोई भागने की कोशिश करता है तो जिसे जो मन में आए वह करें। पार्टी में थोड़े ही कुछ होना है पार्टी में तो सब लोग मिलकर के काम करता है, कोई बाएं और दाएं नहीं करता है मेरा कोई अपना स्वार्थ नहीं है। मेरी एक ही इच्छा है कि हमारा बिहार आगे बढ़े।

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा की
केंद्र में जो सरकार बैठी है वो अति पिछड़ा विरोधी है। जातीय जनगणना होगी तभी पता चलेगा कि किस जाति के कितने लोग हैं, इसके लिए वो लोग तैयार नहीं हुए, फिर सुप्रीम कोर्ट चले गए, वहां से फटकार लगी तो शांत हुए। उसके बाद उन्होंने आगे कहा की बीबीसी ने डॉक्यूमेंट्री बनया उनका चेहरा उजागर कर दिया, 56 इंच वाले को एक डॉक्यूमेंट्री से क्यों डर लगता है भाई।

बिहार एकमात्र राज्य है जहां अति पिछड़ा वर्ग है। गुजरात में पिछड़ा वर्ग में भी उनकी जाति नहीं थी, बाद में अति पिछड़ा में जोड़ दिया गया। इशारों ही इशारों में उन्होंने प्रधानमंत्री उनका कौन सा टी स्टॉल था जहां चाय बेचते थे। हमलोग कर्पूरी ठाकुर के सपनो को पूरा करने के काम में लगे हुए हैं, हमें 2024 में लगना है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में यहां से दिल्ली तक का लक्ष्य तय करना हैं।