दरभंगा5 घंटे पहले
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विद्यापति हाई स्कूल में पढ़ाई करते छात्र।
- 153 हाई स्कूलों की कमान मिडिल स्कूलों के शिक्षकों को
जिले में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा के स्तर का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां के 347 में से मात्र 2 में ही स्थायी एचएम हैं। बाकी 345 प्रभारी एचएम के हवाले हैं। माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 9वीं से 12वीं कक्षा तक में 1 लाख 41 हजार 839 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक के 194 स्कूलों में 1723 शिक्षक एवं 59 पुस्तकालयाध्यक्ष पदस्थापित हैं। राज्य सरकार ने 2019 में पंचायत स्तर पर 153 मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित करके हाई स्कूल बना दिया।
जिसमें पढ़ाई भी शुरू कर दी गई। लेकिन अब तक इन स्कूलों में 6-8 वर्ग के करीब 548 शिक्षकों के हवाले ही शिक्षण व्यवस्था है। जबकि हाई स्कूलों में 12 एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में 22 विषयों के शिक्षक होने चाहिए। जो किसी भी स्कूल में नहीं है। स्कूलों की संख्या एवं छात्र अनुपात को देखते हुए करीब 7-8 हजार शिक्षकों की कमी बताई जा रही है। छठे चरण के शिक्षक नियोजन में माध्यमिक स्तर स्तर की रिक्ति 631 और उच्चतर माध्यमिक स्तर की रिक्ति 651 पर बहाली प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है।
उच्च माध्यमिक स्तर के 651 रिक्ति के विरुद्ध मात्र 78 अभ्यर्थी काउंसिलिंग में शामिल हुए
इसमें भी उच्च माध्यमिक स्तर के 651 रिक्ति के विरुद्ध अब तक मात्र 78 अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में भाग लिया है। ऐसे में आने वाले समय में भी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की उम्मीद करना बेमानी होगी। जहां तक प्रधानाध्यापकों की कमी की बात है तो वह अभी दूर दूर तक पूरा होने की उम्मीद कम दिख रही है।
छठे चरण की बहाली के बाद शिक्षकाें की कमी कुछ दूर हाेगी
डीईओ समर बहादुर सिंह ने कहा कि सरकार से मिली व्यवस्था से ही बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। शिक्षकों की कमी छठे चरण की बहाली के बाद किसी हद तक दूर हो जाएगी।