पटना15 मिनट पहले
मीडिया से बात करते ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार।
सीवान के महाराजगंज में जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई मौत मामले में तेजी से कार्रवाई करने का दावा बिहार पुलिस मुख्यालय ने किया है। सोमवार को ADG मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि 24 घंटे से भी कम समय में इस पूरे कांड का खुलासा कर लिया गया है। अब तक कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इनमें वो दो सगे भाई शामिल हैं, जिन्होंने कोलकाता से सेनेटाइजर बनाने के नाम पर स्प्रिट की खेप मंगवाई थी। पर उससे शराब बनाई गई। इसमें 10 लोग शराब बनाने वाले भी शामिल हैं। जबकि, 2 ट्रांसपोर्टर को भी मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जांच करते हुए टीम आगे की कार्रवाई के लिए कोलकाता भी जा सकती है।
संदीप चौहान है मुख्य अभियुक्त
ADG ने कहा कि पुलिस की जांच में मुख्य अभियुक्त के रूप में सीवान के दरौंदा के रहने वाले संदीप चौहान का नाम सामने आया। इसका साथ सगा भाई दीपक चौहान दे रहा था। दोनों भाई गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इन दोनों ने ही सेनेटाइजर बनाने के नाम पर कोलकाता की इथेनॉल बनाने वाली कंपनी से स्प्रिट मंगाया गया था। फिर इन दोनों ने स्प्रिट को शराब बनाने के लिए बाला गांव के रहने वाले दो भाइयों मंटू बिन्द और सुरेंद्र को दिया।
शराब मामले में पहले भी मंटू बिन्द 2 बार जेल जा चुका है। इस बार ये दोनों भाई पकडे़ गए हैं। पूछताछ में पता चला कि शराब बनाने के बाद इन दोनों भाइयों ने 5 लोगों को शराब पीने के लिए बांट दिया था। इनमें से ही दो लोग धीरेंद्र मांझी और नेता बिन्द की शराब पीने से मौत हो गई।
इस तरह से रैकेट से जुड़े लोग हुए गिरफ्तार
इस मामले में जब कार्रवाई आगे बढ़ी तो टीम ने दरौंधा में दीपक और संदीप चौहान के घर पर छापेमारी की। उसके घर से 50 लीटर स्प्रीट और एक बोरा फिटकिरी बरामद हुआ। इन दोनों भाइयों से पूछताछ में पता चला कि 18 जनवरी को ही कोलकाता से ट्रांसपोर्ट के जरिए स्प्रीट की खेप को मंगाया गया था। इसी आधार पर टीम ने मुजफ्फरपुर में छापेमारी की। वहां से आदर्श नगर के रहने वाले ट्रांसपोर्टर दिनेश तिवारी और उत्तर प्रदेश के भदोही के रहने वाले नीरज दुबे को भी गिरफ्तार किया गया।
वहीं, चौहान भाइयों और कोलकाता की इथनॉल कंपनी के बीच की कड़ी निभाने वाले मो. निसार को मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा इलाके से गिरफ्तार किया गया है। इनके अलावा ट्रांसपोर्ट से सामान को रिसिव करने वाले अर्जुन यादव को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने 4 के ही मरने का किया दावा
ADG मुख्यालय ने दावा किया है कि अब तक इस कांड में 4 लोगों की मौत हुई है। जनक राम की मौत सीवान के सदर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हो गई। जबकि, धीरेंद्र मांझी और राजेश बिंद को सीवान से बेहतर इलाज के लिए पटना लाया जा रहा था, पर रास्ते में ही दोनों की मौत हो गई थी। वहीं, सोमवार को इलाज के दौरान जितेंद्र मांझी की भी मौत हो गई। इनके अलावा 7 लोगों का इलाज अभी सीवान के हॉस्पिटल में चल रहा है।
गांव बाला में डीएम और एसपी कैंप कर रहे हैं। जिला प्रशासन की टीम वहां मौजूद है। सारण के DIG भी आज जांच करने गए हैं। ADG ने कहा कि इस कांड की जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है। ADG ने कहा कि इलाके के लोगों से अपील की गई है कि अगर शराब पीने से किसी की तबीयत खराब है तो उसे सामने लाएं। ताकि उन लोगों का सही तरीके से इलाज हो सके। उनकी जान बचाई जा सके। वहीं, मरने वालों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इनके बिसरा को FSL जांच के लिए प्रिजर्व करने को गया है। इन दोनों के रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किस तरह के पदार्थ के पीने से इनकी मौत हुई।