दरभंगा31 मिनट पहले
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- नेपाल की संस्कृति से रूबरू होंगी कंचन, नागेंद्र झा महिला कॉलेज में पढ़ती हैं तीनों छात्राएं
रमा रमण आचार्य | दरभंगा | गणतंत्र दिवस पर इस बार मिथिला की तीन बेटियाें में से दाे दिल्ली के राजपथ पर एनसीसी के माध्यम से देश व प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी के समक्ष अपना प्रदर्शन करेंगी। वहीं एक बेटी एनसीसी के यूथ एक्सचेंज प्राेग्राम के तहत देश व विदेश के एनसीसी कैडेटाें के साथ नेपाल में वहां की सभ्यता व संस्कृति, आचार-विचार व रहन-सहन से रू-ब-रू हाेंगी। ये तीनों शहर के नागेंद्र झा महिला काॅलेज में इंटर की छात्रा शालिनी कुमारी, ऑनर्स की कंचन राय एवं सीएम साइंस काॅलेज की ऑनर्स की मीनाक्षी कुमारी है। नागेंद्र झा महिला काॅलेज की एसाेसिएट एनसीसी ऑफिसर ममता रानी ने कहा कि यह उनके काॅलेज ही नहीं, पूरे मिथिला के लिए गाैरव की बात है। उन्हाेंने बताया कि एनसीसी के बिहार झारखंड डायरेक्ट की ओर से राज पथ पर हाेने वाली परेड सहित अन्य प्राेग्राम के लिए 112 एनसीसी कैटेडाें का सेलेक्शन हुआ है। जिसमें शालिनी व मीनाक्षी भी है। बताया जाता है कि शालिनी बेलवा गांव के सुधीर कुमार झा एवं लक्ष्मी देवी की सुपुत्री है एवं दो भाई बहनों में छोटी है पिता दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं।
नारी शक्ति : यूथ एक्सजेंच प्राेग्राम के लिए हुआ कंचन राय का चयन, बिहार व झारखंड की इकलाैती बिटिया
नागंेद्र झा महिला काॅलेज के ऑनर्स की छात्रा कंचन राय ने जबर्दस्त कामयाबी हासिल की है। एनसीसी के यूथ एक्सजेंच प्राेग्राम के तहत बिहार झारखंड के तकरीबन एक लाख 20 हजार बच्चाें में से मात्र कंचन का चयन इस प्राेग्राम के लिए हुआ है। 8 एनसीसी बटालियन के सीओ एके िसंह ने इस कामयाबी की जानकारी देते हुए कहा कि कई प्रकार की चयन प्रक्रिया के बाद किसी छात्र व छात्रा का चयन हाेता है। कंचन बिहार – झारखंड की इकलाैती बेटी है, जिसका चयन इस प्राेग्राम के तहत हुआ है। यह दरभंगा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्हाेंने बताया इस बार नेपाल जाने का प्राेग्राम है। वह 6 फरवरी काे दिल्ली कैंप से हिस्सा लेगी। वहां से नेपाल भेजा जाएगा।
मीनाक्षी को दादा से मिली प्रेरणा
मीनाक्षी सीएम साइंस कॉलेज की छात्रा है। सिधौली गांव के निवासी मोहन बैठा एवं माता मीना देवी की पुत्री है एवं तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी है। मीनाक्षी के दादाजी फौज से रिटायर हैं और उनको देखकर ही मीनाक्षी बचपन से उसी तरफ जाना चाहती थी। उसकी चाहत और परिश्रम का नतीजा है कि मीनाक्षी आज उस टीम की सदस्य हैं जो बिहार और झारखंड डायरेक्टरेट की तरफ से गणतंत्र दिवस समारोह के कैंप में गया है। वह फ्लैग एरिया कांपिटिशन में भाग लेगी।