बगहा (वाल्मिकीनगर)37 मिनट पहले
बगहा से मजदूरी करने अरुणाचल प्रदेश गए तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद मजदूर ने आंखों देखी हाल सुनाया। मजदूरों के साथ काम करने गए रमेश राम घटना के चश्मदीद हैं। रमेश राम घटना के समय जगे हुए थे। रमेश पर फोन पर दिल दहला देने वाली आपबीती सुनाई।
सुबह 4:00 बजे हुआ हादसा
रमेश ने बताया कि कई सालों से उन्हें सुबह 4:00 बजे उठने की आदत है। दरमियान वह बाथरूम जाते हैं। प्रतिदिन के अनुसार गुरुवार को रमेश 4:00 बजे उठे। बाथरूम गए और वापस आकर अपने परिवार वालों से फोन पर बात करने के लिए बाहर निकल गए।
बड़ा चट्टान गिरा
फोन लेकर जैसे ही बात करने के लिए बाहर निकला एक बड़ा सा पत्थर आवाज के साथ दरवाजे के तरफ मलवा लेकर तेजी से आ रहा था। आगे से लोगों को जगाना संभव नहीं था। इसलिए भागकर पीछे गया और चिल्लाने लगा। इतने में बड़ा सा पत्थर आगे के रास्ते जोरदार आवाज के साथ जिस घर में मजदूर सो रहे थे उस पर जा गिरा। इस दरमियान घटनास्थल पर ही एक मजदूर की मौत हो गई। जबकि अन्य मजदूर चट्टान और घर के बीच में दब गए।
20 मजदूर घर में थे
जिस जगह रहने की व्यवस्था थी वहां 20 मजदूर थे। पत्थर गिरने के दरमियां 4 मजदूर पत्थर के अंदर दब गए। बाकी मजदूरों को निकाल लिया गया । लेकिन पत्थर के नीचे से कुछ लोगों की चिल्लाने की आवाज आ रही थी। पत्थर को हटाने के लिए पोकलेन मशीन का सहारा लिया गया। लेकिन जब तक पत्थर हट पता तब तक तीन की मौत हो चुकी थी। इस दरमियान एक गंभीर रूप से जख्मी है। जिसका बचना नामुमकिन लग रहा है।
चाचा की मौत, भतीजा की स्थिति नाजुक
चौतरवा के सिकटौर गडहिया गांव स्थित दलित बस्ती गांव निवासी मदन मुसहर के पुत्र राजेश मुसहर (28) की मौत हो गई। जबकि राजेश अनुसार के भतीजा विवेक मुसहर (19) जीवन और मृत्यु के बीच में जूझ रहा है। इसके साथ ही रामनगर के दो मजदूरों की भी मौत हुई है।