पटना20 मिनट पहले
महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि समारोह के रूप में यह राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस मनाया जा रहा है।
पटना के मिलर हाई स्कूल में आज राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस का आयोजन हो रहा है। यह स्वाभिमान दिवस जदयू के वरिष्ठ नेता संजय सिंह करा रहे हैं। महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि समारोह के रूप में यह राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस मनाया जा रहा है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे।
जाहिर सी बात है इससे बड़ी रैली में जदयू के बड़े नेता भी मौजूद रहेंगे। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, वशिष्ठ नारायण सिंह, उमेश कुशवाहा, मंत्री विजय चौधरी, अशोक चौधरी, सुमित सिंह, लेसी सिंह सहित कई नेता मंच पर दिखेंगे।
इस राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस के बहाने जदयू अपना अगड़ा कार्ड खेल रही है। इस कार्यक्रम में क्षत्रिय समाज से लोगों को बुलाया गया है जो बिहार के हर कोने से पटना पहुंचे हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं
उम्मीद जताई जा रही है कि इस मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं। 2020 में इसी महाराणा प्रताप पुण्यतिथि के कार्यक्रम में क्षत्रिय समाज के लोगो ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आनन्द मोहन की रिहाई की मांग की थी। CM नीतीश कुमार ने भी क्षत्रिय समाज के लोगों को आश्वासन दिया था कि वो कोशिश करेंगे। एक बार फिर वही कार्यक्रम है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि मंच नीतीश कुमार इसकी घोषणा कर सकते है।

पटना के सभी खंभों पर लगा दिए गए हैं।
पटना में पोस्टर बैनर पाट दिए गए हैं
राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस के को लेकर बड़ी रैली का आयोजन भी हो रहा है। इस कार्यक्रम की भव्यता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूरे पटना में पोस्टर बैनर पाट दिए गए हैं। जदयू का झंडा और महाराणा प्रताप का गेरुआ झंडा लगभग पटना के सभी खंभों पर लगा दिए गए हैं। जहां यह कार्यक्रम किया जा रहा है उसको महाराणा प्रताप के किले का रूप दिया गया है। तो जाहिर सी बात है इस कार्यक्रम को भव्य बनाने में संजय सिंह ने एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है। संजय सिंह की मानें तो इस कार्यक्रम में 50 हजार से अधिक लोग बिहार के अलग-अलग इलाकों से आएंगे जो क्षत्रिय समाज से होंगे।

संजय सिंह के साथ इस कार्यक्रम को सफल करने में जदयू का पूरा सिस्टम लगा हुआ है।
सफल करने में जदयू का पूरा सिस्टम लगा हुआ है
भले ये कार्यक्रम जदयू के बैनर तले नहीं हो रहा हो लेकिन, संजय सिंह के साथ इस कार्यक्रम को सफल करने में जदयू का पूरा सिस्टम लगा हुआ है। जिस तरह से बिहार की राजनीति अतिपिछड़ा और पिछड़ों पर आकर टिकी है उसके बाद अगड़ों के लिए ये कार्यक्रम कराना, पूरे बिहार के अगड़ों को साधना लक्ष्य रखा गया है। जिस तरह से बिहार में पिछड़ा और अतिपिछड़ों के लिए सरकार जाति आधारित गणना करा रही है। उसके बाद ये कार्यक्रम काफी अहम माना जा रहा है।