कुमार सुबोध सिंह| शंभूगंज11 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
- भास्कर एक्सक्लूसिव ,शंभूगंज के चुटिया बेलारी में जनप्रतिनिधियों ने चहेतों को दिलवाई राशि
शंभूगंज के बेलारी गांव में बिना जांच के एक ही परिवार के पांच-पांच लोगों को सुखाड़ आपदा का लाभ दिया गया है। यह लाभ 35-35 सौ रुपए का है, जबकि कई जरूरतमंद को यह लाभ नहीं दिया गया। प्रखंड की 17 पंचायतों में ऐसे कई परिवार हैं, जिनके एक ही परिवार के कई लोगों ने लाभ उठाया है। पिछले सीजन में बारिश की कमी से धान सूख गए थे, यह राशि उसी के बदले दी गई है। गौरतलब है कि प्रखंड में कुल 22 हजार लोगों ने सुखाड़ आपदा के लिए आवेदन दिया था, जिनमें से 15 हजार आवेदन रिजेक्ट कर दिए गए। केवल सात हजार लोगों को यह राशि दी गई। अवैध रूप से राशि लेने के ज्यादातर मामले चुटिया बेलारी पंचायत में ही मिल रहे हैं। स्थिति यह है कि चुटिया बेलारी पंचायत में भले ही जरूरतमंद किसानों को आपदा का 3500 सौ रुपए का लाभ नहीं मिला हो, लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों के आगे-पीछे करने वाले चहेते दर्जनों लोगों के घर के कई सदस्यों को आपदा योजना की मिलने वाली 3500 रुपए की राशि का लाभ दिया गया है। इसके कारण चुटिया बेलारी पंचायत के लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए है। हालांकि धांधली का यह मामला किसी एक पंचायत में नहीं, शंभूगंज की 17 पंचायतों में हुआ है।
17 पंचायतों के कई परिवारों के एक से ज्यादा सदस्यों को दी राशि
शंभूगंज के चुटिया बेलारी में दर्जनों घर में पिता, पत्नी, पुत्र व पुत्री तक को मिला लाभ पंचायत प्रतिनिधियों के चहेते दर्जनों लोगों के घरों के कई सदस्यों को आपदा योजना की राशि मिली सरकार की ओर से एक परिवार को सुखाड़ राहत के तहत दी थी ~ 3500
केस स्टडी 1: बेलारी गांव के वार्ड-4 के निवासी माे. मोतहर उसकी पत्नी, अंजुम साइन, पुत्र फैसल रजा, पुत्री शबनम यानी एक ही परिवार में सभी को मिला आपदा योजना का 3500 का लाभ। केस स्टडी 2: बेलारी गांव के ही अब्दुल मजीज, पुत्र बेलाल उद्दीन, पुत्र माे. आफाक आलम, पौत्री आसमीन पौत्री जहां आरा, पौत्री जूली, पौत्री जयनव, पौत्र माे. सराज उद्दीन को 35-35 सौ रुपए का लाभ मिला। केस स्टडी 3: बेलारी गांव के वार्ड संख्या 3 के अब्दुल रहमान, 2. पत्नी हीना फातमा, 3. पुत्री सबा फातमा, 4. पुत्री सना फातमा ने आपदा के तहत लाभ लिया है।
लाभ दिलाने के नाम पर भी की गई थी अवैध वसूली, कई किसान लाभ से वंचित
शंभूगंज प्रखंड के 17 पंचायतों में आपदा का लाभ देने में हुई अनियमितता की पोल खुलनी शुरू हो गई है। अगर इसकी उच्चस्तरीय जांच हो तो शंभूगंज की 17 पंचायत में एक से एक घपले सामने आएंगे। लाभ से वंचित किसानों का कहना है कि आपदा का लाभ वितरण में धांधली की गई है और तो और पंचायत स्तर पर पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा एक एक घर में चार से पांच परिवार के सदस्यों को इस योजना का लाभ दिला कर उनसे प्रति लाभुक ₹500 से ₹1000 तक की वसूली भी की गई है। इसका परिणाम है कि शंभूगंज प्रखंड के 17 पंचायतों में आज भी 50 फीसदी जरूरतमंद किसानों को फॉर्म भरने के बाद भी आपदा का लाभ नहीं मिला।
पंचायत के लाेगाें ने भी प्रशासन से की शिकायत
ऐसा दर्जनों परिवार हैं, जिसके परिवार के सभी सदस्यों को आपदा के तहत 3500 का लाभ दिया गया है। इसको लेकर अब पंचायत के लोगों ने शिकायत करनी शुरू कर दी है। सोमवार को शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के चुटिया बेलारी गांव के किसान माे. सलाम, माे. कलाम, माे. शमशुल, असलम, माे. मोदसील, तकी हुस्सैन, माे. जाकिर आदि दर्जनों किसानों ने आपदा की लाभ नहीं मिलने को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए इसकी शिकायत बीपीआरओ रौनक कुमार झा से किया।
जांचकर राशि वापस की जाएगी
अगर ऐसा हुआ है, तो इसकी जांच कराई जाएगी और वैसे लोगों से राशि वापसी की कार्रवाई की जाएगी।
-अशोक कुमार सिंह, सीओ, शंभूगंज।