शेखपुरा3 घंटे पहले
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- किशोरियों ने अपने हाथों में मेहंदी लगाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रति जागरूक किया
मंगलवार को सेंटर फॉर कैटलाईजिंग चेंज (C3) के तत्वावधान में बालिका दिवस के अवसर पर अरियरी प्रखण्ड में रैली, संगोष्ठी संवाद, पोस्टर प्रतियोगिता एवं शिक्षा से जुड़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता ग्राम पंचायत विमान के वार्ड सदस्य सीमा खातून के द्रारा किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद किशोरियों को संबोधित करते हुए कहा कि काफी संख्या में किशोरियों ने बाल विवाह एवं दहेज प्रथा को समाप्त करने की संकल्प ली। कम उम्र में शादी और दहेज लेनदेन को एक सामाजिक बुराई और कानूनी अपराध है। वहीं, सेंटर फॉर कैटलाईजिंग चेंज के जिला समन्वयक निलेष कुमार ने बताया कि बेटा और बेटी में कोई अंतर नहीं है। सरकार बालिकाओं को पढ़ने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चला जा रही है। जिस तरह से अभिभावक अपने बेटे को पढ़ने के लिए स्कूल भेजते हैं। उसी प्रकार बेटी को भी स्कूल भेजें। अगर एक बेटी पढ़ती है तो पूरे परिवार को शिक्षित कर सकती है। इस दौरान तख्ती-बैनर लिए किशोरियों ने ”महिला हिंसा बंद करो, छेड़खानी पर रोक लगाओ, चुप नही रहना है हिंसा नही सहना है, भेदभाव मिटाएंगे नया समाज बनाएंगे’नारे लगाए।
बाल विवाह के रोकथाम के लिए शिक्षा सबसे शक्तिशाली रणनीति
वहीं, अरियरी प्रखंड अंतर्गत विमान पंचायत में किशोरियों द्वारा नशा मुक्ति, बाल विवाह उन्मूलन एवं दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर साईकिल से जागरूकता रैली निकाली गई। बैनर और पोस्टर लिए किशोरियों द्वारा नारे लगाते हुए लोगों को जागरूक किया गया। जिसमें नशा का जो हुआ शिकार, उजड़ा उसका घर परिवार, अरमानों का मोल लगाना बंद करो, दहेज के लिए लड़का बेचना बंद करो सहित कई प्रकार नारे किशोरियों द्वारा लगाया जा रहा था। इस दौरान किशोरियों ने अपने हाथों में मेहंदी लगाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के प्रति जागरूक किया गया। C3 के प्रखंड समन्यवक दीपा भारती ने कहा कि बाल विवाह को समाप्त करने के लिए शिक्षा को सबसे शक्तिशाली रणनीति में से एक माना गया है। बेटियों को शिक्षित करना समाज की बेहतरी में एक प्रमुख भूमिका निभाता है। एक शिक्षित लड़की भविष्य में एक मजबूत महिला साबित होती है और बाल विवाह जैसी कुरीति के खिलाफ मजबूती से खड़े होने में अधिक सक्षम होती है। इस अवसर पर आंगनवाड़ी सेविका पूजा कुमारी सहित गई ग्रामीण शामिल हुए।