पटना2 घंटे पहले
बीएसएससी अभ्यार्थी सोमवार को एक बार फिर से अपनी मांगों को ले कर बीएसएससी कार्यालय पहुंचे। बीएसएससी की एक पाली की परीक्षा तो रद्द हो गई। लेकिन अब भी दो अतिरिक्त पालियों की परीक्षा रद्द नहीं हुई है। इसके लिए लगातार आंदोलन किया जा रहा है। आज इसी को ले कर अभ्यर्थी कार्यालय पहुंचे।
अभ्यर्थियों ने आयोग को दिया 7 दिन का अल्टीमेटम
बीएसएससी कार्यालय पहुंचकर अभ्यर्थियों ने आयोग को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है 7 दिन के अंदर तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं होती है तो 30 जनवरी को तमाम जिलों से हजारों की तादाद में अभ्यर्थी पटना पहुंचेंगे। यहां बिहार कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय का घेराव करेंगे। इसके बाद भी यदि आयोग नहीं माना तो 31 जनवरी से अभ्यर्थी आमरण अनशन पर जाएंगे।
30 जनवरी को बीएसएससी कार्यालय का करेंगे घेराव
छात्र नेता सौरव कुमार सिंह का कहना है कि बीएसएससी द्वारा पहले पाली की परीक्षा रद्द कर दी गई है। परंतु अभी तक आयोग द्वारा दूसरे और तीसरे शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं की गई है। यह निश्चित रूप से 9 लाख अभ्यर्थियों की मांग है। लगातार अभ्यर्थी सड़क पर उतरे हुए हैं। आज इसी सिलसिले में हम आयोग के चेयरमैन को ज्ञापन सौंपने आए हैं कि जल्द से जल्द दो पाली की भी परीक्षा को रद्द की जाए। अगर उन्होंने इस मामले को 30 जनवरी तक संज्ञान में नहीं लिया तो उस दिन बीएसएससी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी यदि आयोग नहीं माना तो 31 जनवरी से अभ्यर्थी आमरण अनशन पा जाएंगे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में बीएसएससी की परीक्षा का पेपर एग्जाम शुरू होने के एक घंटे बाद लीक हो गया था। इसके बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस द्वारा उन पर लाठीचार्ज भी किया गया। हालांकि इस मामले में गिरफ्तारी भी हुई। लेकिन उसके बावजूद भी अभ्यर्थियों का यह हंगामा जारी है। क्योंकि आयोग द्वारा सिर्फ पहली शिफ्ट में ली गई परीक्षा का पेपर रद्द किया गया है। बाकी दोनों शिफ्ट में ली गई परीक्षा का पेपर अब तक रद्द नहीं किया गया है। परीक्षा की दूसरी और तीसरी पाली के पेपर लीक होने की खबरें भी मीडिया में चलने लगी थी। छात्रों ने दावा किया था कि तीसरी पाली का पेपर भी लीक हुआ है। छात्र इसी परीक्षा को भी रद्द करने की मांग कर रहे हैं।