बक्सर2 घंटे पहले
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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत समुदाय को जागरुक करने का कमान अब पंचायत के मुखिया संभालेंगे। मुखिया को परिवार कल्याण के कार्यक्रमों की जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा दिया जाएगा। जिला स्वास्थ्य समिति इसे लेकर सभी पंचायत के मुखिया को सूचना भेज रही है। मुखिया को जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा कलेक्ट्रेट में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकार के द्वारा कई प्रकार के लाभकारी योजनाओं को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित किया जाता है। परिवार कल्याण कार्यक्रम के अर्न्तगत चलने वाली योजनाओं के साथ स्वास्थ्य के अन्य योजनाओं को जांच अब मुखिया जी करेंगे। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत मिशन परिवार विकास अभियान के बारे में बताया जाएगा। मुखिया के सहयोग से युवाओं, नवविवाहित जोड़ा और एक बच्चे वाले जोड़े को अन्तराल सुनिश्चित करने वाले आधुनिक गर्भनिरोधकों के उपयोग करते हेतु सक्षम बनायेंगे।
मुखिया जी गांव में पुरुष नसबंदी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करने में विभाग की मदद और ग्रामीणों को जागरुक करेंगे। परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में नवविवाहित जोड़ो को बताने और गर्भनिरोधक के संसाधनों के बारे में जागरुक करेंगे। दो बच्चों के बीच समय अंतराल के बारे में भी जागरुक करेंगे। समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में मुखिया जी का अहम योगदान होगा। समय-समय पर पंचायत प्रतिनिधियों के क्षमण संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन होगा। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था सेंटर फॉर कैटेलाईजिंग चेंज पटना और डीटीएल केयर इंडिया प्रमुख रुप से रहेंगी।
स्वास्थ्य सेवाओं के कार्यों का करेंगे निगरानी
पंचायत के मुखिया स्वास्थ्य सेवाओं की सतत निगरानी भी करेंगे। इसे लेकर ग्राम स्वास्थ्य समिति का निर्माण किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में एएनएम के कार्यों की निगरानी, संरक्षण एवं ग्रामीणों को जागरुक करने का कार्य करेंगे।
छह बैच में दिया जाएगा प्रशिक्षण
इसे लेकर 24 जनवरी को जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में सभी मुखिया को एक दिवसीय उन्मुखीकरण छह बैच में किया जाएगा। बताया जाता है कि फिलहाल जिला में 136 पंचायत में 135 मुखिया है। सभी को अलग-अलग बैच में कलेक्ट्रेट में प्रशिक्षण दिया जाएगा।