पटना5 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सम्मानित करते जदयू के नेतागण।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह भ्रम नहीं होना चाहिए कि महाराणा प्रताप का संबंध खास जाति से था। दरअसल, उनके साथ सब जाति व हर तबके के लोग थे। वे समाज के सभी तबके के उत्थान के लिए सोचते थे। यही उनकी खासियत थी। हम उनके आदर्शों को आगे बढ़ा रहे हैं, उसे लागू कर रहे हैं। मुख्यमंत्री, सोमवार को महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि के मौके पर ‘राष्ट्रीय स्वाभिमान दिवस’ को संबोधित कर रहे थे।
यह वस्तुतः रैली थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरता के पर्याय इस शख्सियत को दुनिया कभी नहीं भूलेगी। उनके जीवन की जानकारी, उनकी बातें घर-घर पहुंचाई जाए। लिखित रूप से। बोले-’स्कूलों में भी महाराणा प्रताप के बारे में बताया जाएगा। उनका जन्मदिवस (9 मई), राजकीय समारोह के रूप में मनेगा। … वे महिलाओं के हित के बारे में सोचते थे। हमलोग भी उन्हें सम्मान देते रहे हैं।’
कहा-‘हम वोट के लिए काम नहीं करते हैं ’
मुख्यमंत्री ने कहा-’हम वोट के लिए काम नहीं करते हैं। राजनीति में जिनको जिनका समर्थन करना है, वे स्वतंत्र हैं।’ उन्होंने महिला सशक्तीकरण की दिशा में अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की व्यापक चर्चा की। कहा-’बिहार जितनी महिला पुलिसकर्मी कहीं नहीं हैं।
आनंद मोहन की रिहाई की मांग उठी, बोले नीतीश-निश्चिंत रहें, लगे हुए हैं
रैली में आए लोगों में से कुछ ने आनंद मोहन की रिहाई की मांग उठाई, इसके लिए नारे लगाए। उस समय मुख्यमंत्री बोल रहे थे। उन्होंने नारा लगाने वालों से कहा-’चुप। बैठो। शांत रहो। चिंता मत करो। निश्चिंत रहो। अरे, हम लगे हुए हैं जी।’ मुख्यमंत्री ने मांग करने वालों से यह भी कहा-’उनकी (आनंद मोहन) पत्नी से पूछ लीजिए कि हम कितनी कोशिश कर रहे हैं। … राजनीति में वे जो भी करें, उनके साथ शुभकामना है न जी।’