गया23 मिनट पहले
जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह के ऊपर उनकी ही पार्टी द्वारा अकूत संपत्ति अर्जित करने का लगाए गए आरोप के मसले पर चिराग पासवान ने गया में कहा कि यह बदले की भावना से आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप लगाए जाने से पूर्व की टाइमिंग ऐसी है जब नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के राहें कहीं न कहीं अलग हुई है। आरोप लगाने से क्या होता है। जीरो टालरेंस है तो सरकार आपकी है कार्रवाई कीजिए तब न मानें कि जीरो टालरेंस हैं।
शनिवार की शाम चार बजे गया एयरपोर्ट पर पहुंचे चिराग पासवान ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान खुल कर जदयू की मंशा पर सवाल उठाया। यूनाईटेड बीते कुछ समय से दो गुटों में चल रहा है। एक गुट आरसीपी सिंह का है तो दूसरा गुट नीतीश कुमार का है। एक गुट भारतीय जनता पार्टी का समर्थन करता है। दूसरा गुट भी संभवत: भारतीय जनता पार्टी का ही समर्थन करता है लेकिन भाजपा को सबसे ज्यादा नुकसान यही गुट दे रहा है। नीतीश कुमार व उनकी पार्टी जब आरसीपी सिंह के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है तो आरोप लगाने से कुछ नहीं होता है। सरकार आपकी है। कार्रवाई कीजिए न। जांच कर तथ्य सामने देने चाहिए। आज की तारीख में जब आरोप लगा रहे हैं तो आप भूल जाते हैं कि जिनके ऊपर आरोप लगा रहे हैं वे आपकी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। आरसीपी सिंह केंद्र में आपकी ही पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। उस वक्त वे भ्रष्ट नहीं थे। जब आपकी पार्टी के राष्ट्रीय नेता थे तब वह भ्रष्ट नहीं थे।जब ये दिन रात मुख्य मंत्री के साथ रहते थे तब ये भ्रष्ट नहीं थे।
उन्होंने कहा कि आज तारीख में जब आरोप लगा रहे हैं तो यह समय ऐसा है कि कहीं न कहीं नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह की राहें अलग हुई हैं। तो क्या यह बदले की भावना से आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप लगाने से साफ दिखता है कि बदले की भावना से यह काम किया जा रहा है।