मधुबनी3 घंटे पहले
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ओपीडी में निबंधन के लिए कतारबद्ध लोग।
- अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन, ओआरएस और जिंक उपलब्ध है
लगातार हो रही बारिश से जलजनित रोगों के मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिली है। सदर अस्पताल सहित विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों व निजी अस्पतालों में डायरिया, चर्म रोग, खांसी, बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रही है । सिर्फ चर्म रोगियों की ही बात की जाय तो आखिरी एक सप्ताह में 200 से अधिक चर्म रोग से पीड़ित मरीज सदर अस्पताल में पहुंचे हैं। 21 जुलाई को 68, 22 को 41, 23 को 38, 25 को 33, 26 को 28, 27 को 36, 28 को 66 , 29 को 51, 30 को 49, 01 अगस्त को 66, 02 अगस्त को 36 व तीन अगस्त को 29, 4 अगस्त को 26 व पांच अगस्त को 46 चर्म रोग पीडित मरीज इलाज करवाने सदर अस्पताल के ओपीडी में पहुंचे थे। वहीं सभी पीएचसी व सदर अस्पताल मिलाकर पिछले एक सप्ताह के दौरान 75 से अधिक डायरिया के मरीज इलाज करवाने पहुंचे हैं। इधर सर्पदंश के मामलों में भी बढोत्तरी हुई है। इस साल 125 से अधिक सर्पदंश के मामले विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में आए हैं।
इसमें सदर अस्पताल में ही सिर्फ 30 लोग सर्पदंश के कंफर्म मरीज थे जबकि लगभग एक दर्जन सस्पेक्टेड केस था। सदर अस्पताल में जनवरी से जून तक 16 जबकि सिर्फ जुलाई में 14 कंफर्म मरीज पहुंचे। कुत्ते काटने से पीडित मरीज की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है। अगर निजी अस्पताल का आंकडा जोर दिया जाय तो यह संख्या और बढ जाएगी। सिविल सर्जन डा. सुनील कुमार झा ने बताया कि बारिश के मौसम में जलजनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए व अगल बगल पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। साथ ही सभी पीएचसी प्रभारियों को जलजनित रोगों से बचाव संबंधी आवश्यक दवाओं व सर्पदंश का इंजेक्शन रखने का आदेश दिया गया है। ओआरएस, जिंक,, एआरवी व एंटी स्नेक वेनम आदि संबंधित दवा व इंजेक्शन उपलब्ध है।
पर्याप्त मात्रा में दवा व इंजेक्शन उपलब्ध है, कतई घबराना नहीं है
इधर डायरिया, सर्पदंश व कुत्ते काटने से बचाव से संबंधित दवा व सूई जिला दवा भंडार में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। मिली जानकारी के अनुसार जिला दवा भंडार में ओआरएस का 45 हजार पाउच है। एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन 3500 वायल व एआरवी की सूई 15000 उपलब्ध है। वहीं जिंक टैबलेट लगभग 2 लाख है। सभी पीएचसी को उपलब्ध करवाने के बाद जिला दवा भंडार में ये दवा उपलब्ध है। सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डा. डीएस मिश्र ने बताया कि बारिश के समय में बैक्टीरिया तेजी से फैलती है। बरसात के मौसम में वायरल तेजी के साथ फैलता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इससे बचने के लिए रोगी व्यक्ति से संपर्क नहीं रखना चाहिए। डा. मिश्र ने बताया कि खाने को ज्यादा देर तक न रखें, बासी खाना भूलकर नहीं खाएं। रोड साइड बिकने वाले फलों को खरीदने से परहेज करें व खाना ही है तो साफ पानी से धोकर खाएं। मटर या चिकन नॉनवेज आइटम को दोबारा बिल्कुल न पकाएं। भोजन को खुले में न रखें, साथ ही अगर अगल बगल में जलजमाव है तो पानी उबाल कर ही पीएं।