मधेपुरा28 मिनट पहले
विश्वविद्यालय को धोना पड़ा कई पदकों से हाथ
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ तो किया ही जा रहा था, अब खिलाड़ियों की प्रतिभा को भी दबाई जा रही है। सोमवार को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय मार्शल आर्ट पुरुष एवं महिला प्रतियोगिता का आयोजन पार्वती विज्ञान महाविद्यालय में किया गया। इस प्रतियोगिता की खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता में उत्तीर्ण या पुरस्कृत खिलाड़ी ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे टूर्नामेंट 2022-23 में भाग लेते लेकिन भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों का यह दुर्भाग्य है कि ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे टूर्नामेंट 2022-23 का जब समापन हो गया। तब भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर महाविद्यालय मार्शल आर्ट पुरुष एवं महिला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खिलाड़ियों का दुर्भाग्य कहा जाए या फिर विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही कही जाये।
2017 में शामिल हुआ प्रतियोगिता, 2023 में हुआ आयोजन
मालूम हो कि ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी कराटे टूर्नामेंट 2022-23 का आयोजन अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ में 17 जनवरी से 22 जनवरी तक किया गया। जिसमें बीएनएमयू के खिलाड़ी भाग लेने से अछूते रह गये। जानकारी के अनुसार मार्शल आर्ट प्रतियोगिता को वर्ष 2017 के खेल कैलेंडर में शामिल किया गया था। जिसके बाद बीएनएमयू इस वर्ष यानी वर्ष 2023 में पहली बार सोमवार को बीएनएमयू ने अंतर महाविद्यालय मार्शल आर्ट पुरुष एवं महिला प्रतियोगिता का आयोजन किया। बीएनएमयू के खिलाड़ियों के लिए यह भी दुर्भाग्य की बात है कि जिस प्रतियोगिता को पांच वर्ष पहले कैलेंडर में लागू किया गया उस प्रतियोगिता का आयोजन अब किया जा रहा है।

प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की संख्या बहुत कम
विश्वविद्यालय को धोना पड़ा कई पदक से हाथ
बीएनएमयू के लिए यह भी दुर्भाग्य की बात है कि वर्ष 2017 में जब मार्शल आर्ट को खेल कैलेंडर में शामिल किया गया था। उस वर्ष मधेपुरा को कई बार राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाली मार्शल आर्ट की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सोनी राज भी बीएनएमयू की छात्रा थी। इनके साथ अन्य कई खिलाड़ी भी जो राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर मधेपुरा का नाम ऊंचा कर चुके हैं, वह भी बीएनएमयू के छात्र थे, जो अब बीएनएमयू के छात्र नहीं हैं। समय पर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता तो आज बीएनएमयू को कई पदक हांसिल हो सकता था। विवि प्रशासन की लापरवाही के कारण विश्वविद्यालय को कई पदक से हाथ धोना पड़ा।
प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की संख्या बहुत कम
विश्वविद्यालय की गलती के कारण बीएनएमयू के छात्र अंतर विश्वविद्यालय कर्राटे प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो पायेंगे। मालूम हो कि एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के खेल कैलेंडर के अनुसार प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है बावजूद बीएनएमयू ने समय पर अंतर महाविद्यालय मार्शल आर्ट पुरुष एवं महिला प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया। जिसके कारण यहां के खिलाड़ी मायूस हो गये। सोमवार को आयोजित हुये प्रतियोगिता में खिलाड़ियों की भी संख्या बहुत कम थी। खिलाड़ियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब खिलाड़ी आगे बढ़ ही नहीं पायेंगे तो ऐसे प्रतियोगिता में भाग क्यों ले।
क्या कहते हैं जिला कराटे संघ के सचिव
मधेपुरा जिला कराटे संघ के सचिव सावंत कुमार रवि ने कहा कि वर्ष 2017 में मधेपुरा कराटे संंघ के सचिव के सहयोग से विश्वविद्यालय खेल कैलेंडर में कराटे को शामिल कराया गया था। बावजूद इंटर कॉलेज प्रतियोगिता नही कराई गई। जबकि मैं वर्ष 2019 तक विश्वविद्यालय का छात्र रहा और उस वक्त मैं विश्वविद्यालय के लिए पदक हासिल कर सकता था। मेरे द्वारा लगातार विश्वविद्यालय के खेल पदाधिकारी को अंतर महाविद्यालय कराटे प्रतियोगिता के आयोजन के लिए ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में विश्वविद्यालय के छात्र क्या करें, जबकि 2016 से ही मैंने काफी मशक्कत के बाद 2017 में विश्वविद्यालय खेल कैलेंडर में कराटे को शामिल करवाया। खिलाड़ियों का भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया। ऐसा कोई विश्वविद्यालय नही है जो अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता के बाद अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता आयोजित किया, आखिर इस प्रतियोगिता का क्या मकसद है।