अररिया30 मिनट पहले
जिला मुख्यालय के रानीगंज रोड स्थित अररिया महाविद्यालय के समीप राजस्थान से अपने पूरे परिवार के साथ आई महिला मूर्तिकार फूलन देवी पिछले कई वर्षों से मां सरस्वती सहित अन्य भगवानों की प्रतिमा बना रही है। इस काम में उनका साथ 4 वर्षीय पोती अमला कुमारी दे रही है। वही फूलन देवी बताती है कि उनकी माली हालात पहले की तरह अब नहीं रही। उम्मीद के अनुसार ऑर्डर नहीं मिल रहा है। आर्डर के अनुसार ही 100 रुपये से चार हजार तक की प्रतिमा बनकर तैयार है। लेकिन सही मुल्य नहीं मिलने के कारण निराशा होती हैं। लोक कलाओं को संजो रहे परंपरागत व पुश्तैनी कलाकारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। कलाओं को आगे बढ़ाने में समाज के सभी वर्गों का काफी योगदान रहता है। ऐसे में कलाकारों व कलाओं के विस्तार वृद्धि व सांस्कृतिक विकास के उद्देश्य से एक मजबूत सांस्कृतिक नीति की आवश्यकता है।
जिले के कई क्षेत्रों में मूर्ति कला से जुड़े कारीगर विभिन्न देवी देवताओं की प्रतिमा को मूरत देने में लगे हुए हैं, मां सरस्वती की पूजा को लेकर जिला मुख्यालय के अलावा अन्य स्थानों में मूर्तिकार प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। इसके अलावा स्कूल व कॉलेजों में सरस्वती पूजा को लेकर तैयारी जोरों शोरों से चल रही है। वहीं फूलन देवी बताती है कि आज भी विभिन्न कलाओं के माध्यम से पारिवारिक जीवन यापन व भरण-पोषण के लिए संघर्षरत हुं, कई कलाकार अभी भी गरिमापूर्ण जीवन जीने के लिए जूझ रहे हैं। कलाकारों को उचित पारिश्रमिक नहीं मिल पा रहा है।